उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षाओं में बड़ा बदलाव: अब प्रश्न पत्र के होंगे चार सेट… आइए जानते हैं पूरी खबर………
परीक्षाओं मे पारदर्शिता और निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक अहम फैसला लिया है कि अब से उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) की परीक्षाओं के प्रश्न पत्र चार अलग अलग सेट के रूप में तैयार किये जाएंगे।
अगर देखा जाए तो अभी तक केवल एक ही सेट में प्रश्न पत्र बनाए जाते थे जिससे पेपर मे गड़बड़ी और लीक होने की आशंका रहती थी।
यह निर्णय लेने के पीछे का कारण-
उत्तर प्रदेश सरकार का मानना है कि बीते समय मे आयोग किसी भी परीक्षा के लिए अब तक एक प्रश्न पत्र सेट ही तैयार किए जाते थे और यदि उसमे किसी भी तरह कि गड़बड़ी होती थी, तो परीक्षा कि पूरी प्रक्रिया बाधित हो जाती थी। इस निर्णय के बाद चार सेट मे प्रश्न पत्र तैयार होने से इस तरह की समस्याओ ने निपटा जा सकता है I यह परीक्षा प्रणाली IIT जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा अपनायी गयी परीक्षा प्रणाली के समान है, जिससे परीक्षा की गोपनीयता और निष्पक्षता बनी रहती है
किस तरह से काम करेंगी चार सेट वाली प्रणाली…

- अब से किसी भी विषय की परीक्षा के लिए परीक्षा नियंत्रक प्रश्नपत्रों के चार अलग अलग सेट तैयार करवाएगा।
- अभ्यर्थियों को परीक्षा के दिन, रैंडम तरीके से अलग अलग सेट दिए जाएंगे।
- प्रश्न पत्रों मे प्रश्नों की संख्या, कठिनाई का स्तर और विषय समान रहेंगे परन्तु उनका क्रम और विकल्प बदल दिए जाएंगे।
इस प्रणाली के बाद भी यदि गड़बड़ी के लिए यदि कोई दोषी पाया जाता है तो उसका जिम्मेदार सीधा मुद्रक को मना जायेगा।
UPPCS -J के पाठ्यक्रम मे भी बदलाव..
उत्तर प्रदेश सरकार ने UPPCS- J अर्थात न्यायिक सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम मे भी संशोधन को मजूरी दे दी है। इसके तहत आप नए अधिनियमों तथा IPC ( भारतीय दंड संहिता) के स्थान पर BNS (भारतीय न्याय संहिता) को भी शामिल किया जायेगा। यह बदलाव 2025 से लागू होंगे। इसका मुख्य उद्देश्य विद्यार्थीयो को अपडेट करना और नये कानूनों की जानकारी देना है।
कौन-कौन से अधिनियम होंगे शामिल?
- भारतीय न्याय संहिता, 2023
- भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता
- भारतीय साक्ष्य अधिनियम, 2023
- इसके द्वारा विद्यार्थियों को नये कानूनों की बेहतर समझ मिलेगी।
क्या हो सकता है इस प्रणाली का इसका असर?
इस निर्णय से दो महत्वपूर्ण लाभ मिलेंगे:
- सबसे पहले, भर्ती परीक्षाओं को अधिक पारदर्शी बनाया जाएगा। अलग-अलग सेट्स की वजह से पेपर लीक की संभावना बहुत कम हो जाएगी, जिससे परीक्षा
प्रक्रिया पर भरोसा बढ़ेगा।
- दूसरा, विद्यार्थियों में आत्मविश्वास बढ़ेगा। जब पूरी प्रक्रिया गोपनीय और निष्पक्ष होगी, अभ्यर्थियों को यकीन होगा कि उनका सही मूल्यांकन होगा और कोई धांधली नहीं होगी।
- शासन स्तर पर भी परिवर्तन हुए हैं। सरकार ने नए PCS अधिकारियों को नियुक्त किया है; महेंद्र पाल को लखनऊ के ADM नगर पूर्वी पद पर नियुक्त किया गया है।
- कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने दोनों PCS-J पाठ्यक्रम और चार सेट प्रश्नपत्र प्रणाली में बदलाव किए हैं ।